रास्ते गुमसुम हैं पगडंडियाँ उदास ना जाने किन रंजिशों का साया फैला है आस पास आख़िर इस बेक़रारी का सबब क्या है कैसी अबूझ ख़ामोशी है कोई शय जँचता नहीं ना जाने क्यों ये दिल कहीं लगता नहीं #दिल लगता नहीं