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कुछ खुशियां रूह को छूते, कुछ ग़म रूह को झकझोर देत

कुछ खुशियां रूह को छूते, 
कुछ ग़म रूह को झकझोर देते हैं।
है मानव वही जो बिना मोह, 
इन‌ अतीत को पीछे छोड़ देते हैं।

©Khushi Kandu #स्वप्रेम 
#khushithought 
#selflove
कुछ खुशियां रूह को छूते, 
कुछ ग़म रूह को झकझोर देते हैं।
है मानव वही जो बिना मोह, 
इन‌ अतीत को पीछे छोड़ देते हैं।

©Khushi Kandu #स्वप्रेम 
#khushithought 
#selflove