पीड़ा में पड़े व्यक्ति की पीड़ा को केवल दो ही व्यक्ति समझ सकते हैं एक वह जो इस पीड़ा को भुगत रहा हो दूसरा वह जो उस पीड़ा को भुगत चुका हो ©MamtaYadav #दर्द #पीड़ा