अनसुलझी पहेली के वो बदनसीब किरदार बन बैठा हूँ, हकीकत की बाते छोड़ो,सपनो मे भी उन्हें हार बैठा हूँ साज़िशों के भवंर में लिपटता चला गया इस कदर भनक तक ना लगी मुझे और मैं अपनी द्रोपदी को हार बैठा हूँ। नम आँखों को छुपा कर,अश्को को बहाकर जीना नही मुझे, किस्मत और मुकद्दर के फैसलो वाले इस कुरुक्षेत्र में, जिंदगी के महाभारत का शंखनाद कर चुका हूँ। हां मैं अर्जुन के पथ पर चलते हुए यह ऐलान कर चुका हूँ। ©Ajay Tiwari Raja #Mahabharat #krishna_flute #Krishna #Love #Grassland