#FourLinePoetry ज़िन्दगी जीते-जीते अगर कोई मिल गया! तो मिल गया! ज़िन्दगी कोई होटल थोड़े ही है! कि ये चाहिए वो नहीं!! ©Saurav Das #ज़िन्दगी #होटल #fourlinepoetry