न जाने हमसे क्या गलती हुई जो हमसे खुदा रूठे है ।। देखे थे जितने भी ख्वाब वो सब अभी तक अधूरे है ।। न जाने क्यों ऐसा होता है, हर रोज़ एक नया ख्वाब हमारे टूट जाते है !! रोज़ इक ख़्वाब टूट जाता है, लेकिन आँखें हैं कि ख़्वाब सजाना छोड़ती ही नहीं। #ख़्वाबटूटजाताहै #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #thesptales #dreams