याद नही आता कि कब मैं जी भर मुस्कुराया था कब तुमसे मिलने आया था कब तुम शर्मायी और कब मुझसे मिलने आयी थी, कब मुझसे रूठी थी और मैने तुम्हे मनाया था याद नही आता कब चैन से मैं सोया था याद नही आता कि कब खुल के रोया था आज तो बस दुबक के तन्हाई में रोता हूँ सारे गम हंस के सहता हूँ, कि याद नही आता कब किसी ने चुप कराया था दुनिया बदल गयी है,चेहरे बदल गए है वक्त वो नहीं रहा जब चेहरा औरर इंसान एक होता था। #yaadnhiaata#Nojotohindi#nojoto#quotes