ना कोई हमसफ़र है, सुनसान और अंधेरा रस्ता है, हाथ में बस खाली बस्ता है। अनजान शहर के किसी मोड़ पर तू साथ छोड़ गई, मुश्किलों के वक़्त तू मुंह मोड़ गई, तू अब पास मेरे आना मत, और मुझे तडपाना मत, खून से मेरे हाथ रंगेंगे, दूर के सफर में दूर किसी समन्दर में तेरी लाश के टुकड़े बहेंगे। दूर का सफ़र है... #दूरकासफ़र #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi