नारी वह शक्ति है, जो विशाल चट्टान को भी हिला देती है। पापियों के नाश के लिए वह भैरवी भी बन जाती है । वह कहती है - "पुरुष के पौरुष से ही सिर्फ, बनेगी धरा नही यह स्वर्ग। चाहिए नारी का नारीत्व, तभी होगा यह पूरा सर्ग।" ©@Niharika_@Sah #naarishakti #Naarisamman