तुम जब आई खुशियों की सौगात लाई खूब मेरे घुटनें छीलवाई फिर भी तुम बाज़ ना आई गिरा गिरा कर मुझे रोज़ रुलाई मेरी हर गलती पर मेरे साथ मुस्काई मैं तो थीं अलबेली मुझे सुरक्षित घर तक लाई मेरी प्यारी साइकल तूने प्यारी सखी की हर रीत निभाई ©ANUBHUTI #सखी #साइकल #worldnotobaccoday