*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“18/12/2021”*📚 🖋️*“शनिवार”* 🌟 देखिए कभी कभी कुछ लोग ये सोचते है कि कोई “देख” नहीं रहा मैं “अनुचित कर्म” कर सकता हूं... नहीं जी... आप “कुछ” भी किजिए कोई न कोई “देखता” ही है, कोई “व्यक्ति” नहीं तो कोई “प्राणी”, नहीं तो कोई “यक्ष”,“देव” इत्यादि ये “सब” भी नहीं तो ये “धरती माता” देखती है, जिसपर आप कोई भी “कर्म” करते है, इसलिए एक बात स्मरण रखिए कि कौन “देख” रहा है और “कौन” नहीं ? इसके “विषय” में “सोचना” छोड़ दिजिए, सरल सी बात...आप “उचित कर्म” करेंगे आपको “उचित फल” मिलेगा, आप “अनुचित कर्म” करेंगे आपको “अनुचित फल” ही मिलेगा, इसलिए “उचित मार्ग” पर चलते रहिए और “उचित कर्म” करते रहिए, और इस “जीवन” “सुखी” और “आनंदित” भी अवश्य रहिए... *अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“18/12/2021”*📚 🖋️ *“शनिवार”* 🌟 *#“कोई व्यक्ति”* *#“देवता”*