हर शहर, हर गाँव , हर गली, हर बस्ती के मंदिर ,मस्जिद का खुदा जानता हैं तुझे धागे कम पड़ जाते हैं मन्नतो में #दिपकमल खुदा से इतना माँगता हैं तुझे ये खुदा की गरीबी कहूँ या खुद की बदनसीबी बस एक तेरे सिवा वो सब कुछ दे देता हैं मुझे #दिपकमल 8/7/2020 #deepkamal