मैनें कुछ समझा ही नही, मैनें कुछ माना ही नहीं, बड़ी बेखबर थी मैं, सच से कोसों दुर थी मैं, हो गया था,सब रक्तरंजीत, देखकर फिर भी विवश थी मै, हैवानौ कि बस्ती में जाकर, फिर क्यूँ इंसानियत, दूंढ़ रही थी मैं ।😪 #elephant #Amulya #elephant