बेचैन मन से झरोखों पर एहसास कोई। नजर उनकी भी ऐसी जैसे तलाश कोई। मग़रूर धूप राह भर जलाती रही मुझे। जुनून ऐसा के दर्द वहाँ तक पहुँच गये। तपती रेत पर चल यहाँ तक पहुँच गये। हम ऐसे प्यार के इंतहां तक पहुँच गये। दिन में चाँद के दीदार की तमन्ना लिये। इश्क़ हम तेरे आशियाँ तक पहुँच गये। My Heart