अकेले कहीं कोई साँझ मिले तो मेरा ठिकाना देना मैं वही हूँ कहकर मेरा पता पुराना देना सिकुड़े कागजो की वही अनकही बात कह देना स्पर्श जगाता है जज्बात मेरा माँझी दौड़ता आएगा बस उसको मेरा नाम बता देना बो थोड़ा बुध्धु है उसके सिर पर बिखरे बालो को बिखेर देना आँखो में उनमादी लाता है शाम होते होते शोर हमारी कहानी बताता है शरारती दोपहर को रात का ठिकाना देना मैं वही हूँ कहकर मेरा पता पुराना देना न समझ पाए अगर बाते तुम्हारी वो ऊपर उठते कोहरे को दिखा देना मैं वही चाँद हूँ बस नजरो को थोड़ा उठा देना #NojotoQuote