ऐ आसमान तुझे भी पता है और मुझे भी पता है कि समय आज अकेले चलने का है कितनी भी कोशिश करले साथ मंगाने की या चलने की पर चलना तुझे अकेले ही तो किसी के सामने हाथ उठने का क्या मतलब जब चाहा तो मिला नही,यह असूल हैं दुनिया का कोई भी रिश्ता हो समय आने पर साथ छोड़ देता है ना कदर है तेरी भावनाओ की ना फिक्र है तेरे हाथ की तो यह खुला आसमान तेरे ओर तू है अकेला अपनी मंजिल को देख कहि ओर तो नही अब चलना तुझे अकेले। ©Sampat Rathore चलना अकेले #flowers