#FourLinePoetry हालात यु बने खुद से मै खुद को बहलाता रहा। रुका हुआ सा ये जिन्दगी, तेरी याद आता रहा जाता रहा । उम्मीदें सारी मर गए, तेरी बातें उम्र भर तरपाता रहा । अकेले होता रो लेता मैं, तेरी याद साथ थी - इसलिए मुस्कुराता रहा। आलोक भारद्वाज। ©Alok Kumar शायरी दिल से-3 #fourlinepoetry