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#जिन्दगी_की_ट्रेन कमाल है बस ये जिन्दगी का भी, ये

#जिन्दगी_की_ट्रेन

कमाल है बस ये जिन्दगी का भी, ये कम नहीं है किसी भी कड़वी दवा से, 
जैसे किसी बीमारी को ठीक करने के लिए हमे औषधियों का,
 दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है, ठीक वैसे ही कुछ चंद खास
 लोगों के लिए हमे जीना भी होता है, चाहें हमे हसने का दिखावा
 ही क्यों न करना पड़े।।

कभी कभी सोचता हूं काश ये जिन्दगी थोड़ा सरल सी होती, ऐसी सी होती 
जैसे रुई के फाहे जैसी जो मिठाई होती है, जैसे कोई बुझी हुई पहेली जिसे 
बार बार फिर से किसी से पूछते रहने में मजा आता है, जैसे किसी 
हमारे पसंदीदा विषय पर लगातार हमें बात करना पसंद होता है।।

पर ये सब केवल बातें है जिन्दगी ऐसी नहीं हुआ करती है,
 जिन्दगी कल्पना से पूरी तरह परे है जहां पे अचानक कब क्या होगा
 किसी को नहीं पता, आप चाहें या ना चाहें आपको वो सब
 करना पड़ेगा जो आपके अपनों को अच्छा लगता है, 
आपकी बहुत सी जिम्मेदारी हैं, बहुत लोग आप पर निर्भर हैं
 और सबको आपको देखना पड़ेगा, साथ लेकर चलना पड़ेगा, 
आपको अपने सपने अपनी चीजों को छोड़ना पड़ेगा, ना जाने कब 
कहां आपको मन मार कर भी रहना पड़ेगा, ये जिन्दगी एक ऐसी ट्रेन है 
जिसे हम पकड़ना नहीं चाहते पर हम खड़े उस प्लेटफार्म पर हैं 
जहां से इसे छोड़ भी नहीं सकते, कभी कभी होता है मन छोड़ देते हैं 
ऐसी ट्रेन को और बैठ जाते हैं जाके सुकून से, पर हम चाह कर भी
 ऐसा कर नहीं सकते, क्योंकि इस ट्रेन में है कुछ ऐसे जरूरी 
लोग जिनके बिना शायद जीवन की भी आप कल्पना करना नहीं चाहेंगे,
 उन्हे आप अकेले नहीं छोड़ सकते, हर हाल पे आपको ये
 ट्रेन प्लेटफार्म से पकड़नी ही है।।

जिन्दगी की ट्रेन है जिसे आपको पकड़े ही रहना है और सफर 
करते रहना है और जब सफर करना ही है तो हंसते हुए
 हंसाते हुए करिए, मुश्किलें तो कभी कम न होनी, या यूं कहिए
 ऐसी ट्रेन में है जहां आपकी सीट कभी कन्फर्म नहीं 
होगी पर सफर इसी ट्रेन में जीवन भर जारी रहना है... 🥰

#मन_में_एकाएक
#सादर_आभार 🙏🙏
#शिव

©Shivendra Gupta #fog
#जिन्दगी_की_ट्रेन

कमाल है बस ये जिन्दगी का भी, ये कम नहीं है किसी भी कड़वी दवा से, 
जैसे किसी बीमारी को ठीक करने के लिए हमे औषधियों का,
 दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है, ठीक वैसे ही कुछ चंद खास
 लोगों के लिए हमे जीना भी होता है, चाहें हमे हसने का दिखावा
 ही क्यों न करना पड़े।।

कभी कभी सोचता हूं काश ये जिन्दगी थोड़ा सरल सी होती, ऐसी सी होती 
जैसे रुई के फाहे जैसी जो मिठाई होती है, जैसे कोई बुझी हुई पहेली जिसे 
बार बार फिर से किसी से पूछते रहने में मजा आता है, जैसे किसी 
हमारे पसंदीदा विषय पर लगातार हमें बात करना पसंद होता है।।

पर ये सब केवल बातें है जिन्दगी ऐसी नहीं हुआ करती है,
 जिन्दगी कल्पना से पूरी तरह परे है जहां पे अचानक कब क्या होगा
 किसी को नहीं पता, आप चाहें या ना चाहें आपको वो सब
 करना पड़ेगा जो आपके अपनों को अच्छा लगता है, 
आपकी बहुत सी जिम्मेदारी हैं, बहुत लोग आप पर निर्भर हैं
 और सबको आपको देखना पड़ेगा, साथ लेकर चलना पड़ेगा, 
आपको अपने सपने अपनी चीजों को छोड़ना पड़ेगा, ना जाने कब 
कहां आपको मन मार कर भी रहना पड़ेगा, ये जिन्दगी एक ऐसी ट्रेन है 
जिसे हम पकड़ना नहीं चाहते पर हम खड़े उस प्लेटफार्म पर हैं 
जहां से इसे छोड़ भी नहीं सकते, कभी कभी होता है मन छोड़ देते हैं 
ऐसी ट्रेन को और बैठ जाते हैं जाके सुकून से, पर हम चाह कर भी
 ऐसा कर नहीं सकते, क्योंकि इस ट्रेन में है कुछ ऐसे जरूरी 
लोग जिनके बिना शायद जीवन की भी आप कल्पना करना नहीं चाहेंगे,
 उन्हे आप अकेले नहीं छोड़ सकते, हर हाल पे आपको ये
 ट्रेन प्लेटफार्म से पकड़नी ही है।।

जिन्दगी की ट्रेन है जिसे आपको पकड़े ही रहना है और सफर 
करते रहना है और जब सफर करना ही है तो हंसते हुए
 हंसाते हुए करिए, मुश्किलें तो कभी कम न होनी, या यूं कहिए
 ऐसी ट्रेन में है जहां आपकी सीट कभी कन्फर्म नहीं 
होगी पर सफर इसी ट्रेन में जीवन भर जारी रहना है... 🥰

#मन_में_एकाएक
#सादर_आभार 🙏🙏
#शिव

©Shivendra Gupta #fog