मुझे देख उनके चेहरे बेरंग हुए, नींद खुली तो सपने नंग हुए. तू गई, यादों का बटवारा हुआ, कुछ तेरे, तो कुछ मेरे संग हुए. तेरे ख्याल मे सवाल बहुत ही, जवाब देते-देते, मन तंग हुए. तू थी तो तहज़ीब जानते थे, तेरे जाते ही ये बड़े बेढ़ग हुए. तेरे सिवा कई और ठिकाने है, मेरे, ये सुनते ही सब दंग हुए. तुझ बिन दिल खाली कमरा हुआ..