चूम वतन की माटी को मस्तक पर रोज लगाते है, भारत माँ के वीर सपूत रख तिरंगा दिल में हर मुसीबत से लड़ जाते है "जवान" हो या हो "किसान" भारत माता पर जान लुटाते है देह के लहु का एक -एक कतरा अपने देश के नाम कर जाते है सौभाग्य नसीब नही हुआ "जावान" होने का किसान हूँ इस बात पर नाज करता हूँ उगाता हूँ खेतों में फसले सारे राष्ट्र का पेट हम भरता हूँ मातृ-भूमि तेरे खातिर हम रोम-रोम तक मिट जायेंगे आंच ना आने देंगे तुझपर कभी बेटे सारे तेरे मान खातिर तुझपर न्योछावर हो जायेंगे सदा ऊंचा राष्ट्र ध्वज रहेगा हमारा नभ की छाती पर आंचल माँ का लहरायेंगे फीका ना पडे़गा कभी तिरंगे का रंग उसका रंग बनकर सदैव हम चढ़ जायेंगे...!! -🇮🇳kavi🇮🇳✍️ #आजादी_का_अमृत_महोत्सव #स्वतंत्रता_दिवस_की_हार्दिक_शुभकामनाएं #kavi_ki_kalam_se #kavi_ke_alfaaz_nir_k_jazbat #bahrat_ke_veer #आजादी_मुबारक