जब इतनी सुँदर वेशभुषा मे नारी अपने आप को गौरवातिंत महसुस करेगी तो ""बलातकार ,रेप,नही होगा तो क्या होगा आये दिन पत्रिका के पेज "ऐसी घटनाओ से रंगे होते है,,जब घरो मे सुबह से लेकर शाम तक हर चैनल पर औसत तीन सौ बार अश्लील फॉटो,सीन,या एडवरिस्मेंट बच्चे देखते है तो वे """क्या करेगे""रेप नही तो क्या करेगे"""" तथा साथ ही साथ महिला स्वंय नग्न प्रदर्शन मे प्रतिस्पर्धी है तो फिर क्या होगा यह कडवा सच है कि,,,, जो खुद ही लुटाने चली अस्मत,,,,उसे बचाने खाक क्या घनश्याम आयेगा