फूल न बरसाओ जीत की खुंशी में हमारे गुलिस्तां में .... बंगाल में बरसाओ पत्थर , जलाओ घर , करो अनाथ हिदुओं के मासूमों को ... ममता नही ममता के खुनीं आखों में..... दरिया करनी पड़े लाल तो लाल ये सत्ता वसूली की है पहचान... जलता बंगाल कहो मत , ये है जीत की आतिशबाजी .... आओ स्वाद लो रक्तपान का , चीखती मानवता का , अब , फिर अभिवादन और महिमा गान करेंगे, हमारे देश के सेक्युलर ज्ञानी 🤔🤔🤔 ©Nisheeth pandey फूल न बरसाओ जीत की खुंशी में हमारे गुलिस्तां में .... बंगाल में बरसाओ पत्थर , जलाओ घर , करो अनाथ हिदुओं के मासूमों को ... ममता नही ममता के खुनीं आखों में..... दरिया करनी पड़े लाल तो लाल