बेजुबान दिल कि बेहिसाब ख्वाहिशें थी,,, ख़ुद कि ही ख्वाहिशों को तोड़कर,,, कुछ परायों को कुछ अपनों को छोड़ कर,, तुझसे इस दिल ने इज़हार किय़ा था,, बेशुमार कभि तो प्यार किय़ा था,, तू भूल सकता है वो पल,,, पर मुझसे जुदाई बरदाश्त ना होगी ये भी तो कहा था,,,, #bezubaandill