*बनाओ सुखमय संसार* पाओ अपनी मंजिल बढ़ाकर हिम्मत का कदम चलना सच के पथ पर बनेगा भाग्य पद्मा पदम खुदा भी राजी हो जाएगा दिल को रखना साफ भूल बता देना खुदा को आधा हो जाएगा माफ भलाई करते जाना फल की इच्छा को छोड़कर परमात्म स्मृति में रहना हर बन्धन को तोड़कर फल देना काम है खुदा का हाथों में कर्म तुम्हारे सफलता सिर्फ पाता वही जो अहंकार को मारे त्याग तपस्या सेवा से बनता है सुखमय संसार नफरत खत्म करो जगाकर अपने मन में प्यार नहीं मिलेगा अवसर ऐसा कर लें अपना सुधार स्वपरिवर्तन से बनाओ सुखमय सारा ही संसार *ॐ शान्ति*