हर पन्ने पर ख्वाब लिखा है कुछ पूरा, तो कुछ अधूरा लिखा है अरमानों को सजाकर, तो कभी जज्बातों में बहकर लिखा है फ़िर भी न जाने क्यूँ? सिमट गए मेरे कुछ ख्वाब है, जो न बदल सके हकीकत में, वो आज, पड़ गये बे-जान है... विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। किताबें जिनके पन्नों पर मानव ने अपने स्वप्न अंकित किए। उन स्वप्नों को पढ़ा जाए। और भविष्य के लिए सुंदर सपनों का निर्माण किया जाए। #किताब #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yourquotedidi #158thquote