दूर रहकर भी तेरे यादों से मोहब्बत की है, पास रहकर तेरे साये से मोहब्बत की है, आसां नहीं है यू इश्क निभा पाना, सारी रात जागकर तुझे ख्वाबों में मोहब्बत की है। दूर रहकर भी तेरे यादों से मोहब्बत की है, पास रहकर तेरे साये से मोहब्बत की है, आसां नहीं है यू इश्क निभा पाना, सारी रात जागकर तुझे ख्वाबों में मोहब्बत की है।