चलो एक बार फिर से क़दम बढ़ाया जाये क्यूँ न जंग लगे लम्हों को फिर से जिया जाये बात उठी थी कभी और दब गयी वहीं कहीं क्यूँ न गुफ़्तगु को नया मुकाम दिया जाये मिले थे हम कहीं और बिछड़े फिर कहीं क्यूँ न मुलाक़ातों का नया दौर शुरू किया जाये तमन्नाओं की लहरें मचली थीं दिल के सागर में कभी क्यूँ न प्रेम की कश्ती में उन लहरों पर सफर किया जाये चलो एक बार फिर से क़दमों को बढ़ाया जाये क्यूँ न जंग लगे लम्हों को फिर से जिया जाये Muनेश...Meरी✍️🌿🌹 एक बार फिर से ज़िन्दगी को गले लगाया जाए। #फिरसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi