इश्क़ की दुनिया में जिया जाए कैसे। चारों तरफ है कांटों की सेज जिया जाए कैसे। रास न आया हिज़्र तेरा, प्यार भी तुम बिन है अधूरा, तुम ही बताओ तुम बिन जिया जाए कैसे। तुमसे मिलने की चाहत आज भी है, दुशमन इश्क का ज़माना आज भी है, तुझसे बिछड़ने को मेरा जीना मुहाल हो कैसे, तुम ही बताओ तुम बिन जिया जाए कैसे।।। लेखक कमर शेख ©Mohd Kamruzzama love is life #8LinePoet