शिकायतों के दायरे में आकर फिर से मोहब्बत ठहर गई जहाँ से चलना हुआ था हमारा वही पर आकर बातें पलट गई कई गीले-शिकवों में ये रातें बरस कर यूँ गुजर गई नए सवेरे में फिर से एक नई और बात आकर जुड़ गई ये जो बनके हमसफ़र जिंदगी के संग चलने लगा था ये धुंध की इन फिजाओं में कहीं गुम होता प्रतीत हो गया था अभी -अभी ही शुरू हुआ था सफर जो हमारे दरमियां अब नाराजगियों की कई चादरों में तब्दील हो गया था दिल-ए-मासूम पर न जाने कैसी कयामत ढाता चला गया था आँसुओ के सैलाब को लिये फिर से एक बाढ़ का कहर आ गया था ले चली तिनकों में बिखर कर वो मुझे झखमों में बाँटकर मेरे दर्दो की चोट ने मुझे इस कदर किसी बवंडर में ले डुबा था ©lavnya94 #पोएट्रीलव#हिंदीपोएट्री#शायराना#अंदाज#शिकायत#जिंदगी#नाराजगी#रिश्तें#वादे #welove