अफ़सोस-ए-सितम कुछ इस तरह हो रहा है दिल पे वो हँसते थे गैरो के साथ। हँसते..! #अफ़सोस-ए-#सितम कुछ इस तरह हो रहा है #दिल पे वो #हँसते थे #गैरो के #सामने। #khnazim