जो अच्छे और और सच्चे कस्टमर है उन्हें दिल से सलाम है। लेकिन जो जीना बेहाल कर देते हैं उन्हीं के लिए यह पैग़ाम है... एक व्यापारी होने के नाते जो हम पर बितती है उसे मैंने भी अपनी कलम से दर्शाने का प्रयास किया है.. लाखों की दुकान है। करोड़ों का मकान है। पर चुकाते नहीं कर्ज, केवल करते हैरान हैं। शब्दों का कोई नहीं मोल, कैसा इनका ईमान है। हक का पैसा मांगने पर, यह बन जाते बेईमान है। कहते भाग जाऊंगा क्या, फिर क्यों तू परेशान है। भगवान ही यह जाने, कैसे होते यह इंसान है। पूरा पैसा चुकाओ भाई, जितने का सामान है। अच्छे और सच्चे की, यही होती पहचान है। ✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'😎 ©SumitGaurav2005 #fakecustomer #baddeeds #baddebts #fraudcustomers #fraud #Fakepeople #Fraudpeople #Frauds #Sumitgaurav2005 #sumitmandhana