बलखाती सी प्रेम डगरिया बनकर सहारा चलती वो तिरिया नव प्रस्फुटित मंजरी सी उसकी तरूणाई शायद इस पावस जमके बरसी है तरूण बदरिया ! बड़ी गहरी लागी तलब.. देख दो नैन तलैया युक्ति कोई सुझाये.. कैसे ये सोम पिया जाये इस पुरवा से अनभिज्ञ ठहरा.. ये बाबू शहरिया !! तिरिया- नारी तरूणाई- यौवन, जवानी पावस- वर्षा ऋतु #love #prem #surajaaftabi #zindagi #yqdidi #mohabbat #life #lovequotes