Nojoto: Largest Storytelling Platform

पूनम को रात हुई उजियारी चन्द्र चला धरा ओर,चन्द्रि

पूनम को रात हुई उजियारी 
चन्द्र चला धरा ओर,चन्द्रिका हुई मतवारी,
धरा का आंगन दमकेगा जैसे चुनरी में तारागण झालर सी,
उर छेड़गा चन्द्र का मधुर रागिनी,
जब चलेगी मंद सुगंधित भीनी पुरवाई,

महकेंगी धरा की गलियां सारी,
ओस बूंद दिप्त में सजेगी की वसुधा प्यारी,
आगमन मे चन्द्र के पल्लवित होगी रात की रानी,
मृदुल मधुर प्रणय बेला होगी,
झूम झूम दिशाएं मिलन लीला पर जाएंगी वारी वारी। #yqaestheticthoughts #love #nature #naturelove #ishq #मेरीक़लमसे #मेरीकविता #प्रेमलेखन
पूनम को रात हुई उजियारी 
चन्द्र चला धरा ओर,चन्द्रिका हुई मतवारी,
धरा का आंगन दमकेगा जैसे चुनरी में तारागण झालर सी,
उर छेड़गा चन्द्र का मधुर रागिनी,
जब चलेगी मंद सुगंधित भीनी पुरवाई,

महकेंगी धरा की गलियां सारी,
ओस बूंद दिप्त में सजेगी की वसुधा प्यारी,
आगमन मे चन्द्र के पल्लवित होगी रात की रानी,
मृदुल मधुर प्रणय बेला होगी,
झूम झूम दिशाएं मिलन लीला पर जाएंगी वारी वारी। #yqaestheticthoughts #love #nature #naturelove #ishq #मेरीक़लमसे #मेरीकविता #प्रेमलेखन