एक चाय, हवाओं और फिज़ाओं में बराबर महसूस होती तुम्हारी मौज़ूदगी.... ! तुम्हारी यादें... तुम्हारे एहसास... इसके सिवा कुछ नहीं होता.. * खास लम्हों में।* ©Pooja Saxena चाय तेरी याद में..