हो जाएं गलती से भी गलती...😔 उसूल आपने न निभा न पाऊँ...😔 अनजाने में भी, आह आगर किसीको पोहचाउँ ...😔 जब बढा न पाऊँ अभिलाषा के दो कदम ....😔 हो जाता है... खुद पर ही नाराज ये मन ...😔😔 नाराज यें मन😔😔