अविलंब मान जाइये महामारी पहचान जाइये विश्व हुआ दंग देखिये देश हुआ बंद देखिये हाहाकार है मच गया व्यपार है धंस गया घर परिवार शोक में जीवन है खौफ में विज्ञान समय चाहे संज्ञान नित आये संस्था है जूझ रहा वैमनस्य भी खूब रहा अपनी साख बचाइये रक्षात्मक हो जाइये श्रृंखला ये तोड़ दीजिये समय को मोड़ दीजिये प्रधान की बात मानिये अकारण मत ठानिये एकता की पुकार है कोरोना अबकी बार है।। (सराहनीय प्रयोजन आपका) बहुत सुंदर Sis,सटीक #,सुंदर पहल🌻🇮🇳🌍🌎🌏 #कोरोना_को_हराना #कोरोना_वायरस_का_पहला_इलाज_बचाव_ही_है #कोरोनासंदेश #यकहिन्दी धरा सिंह विष्णु प्रभाकर सिंह