व्यक्तित्व एक पौधे को वृक्ष बनने की चाह थी, बचपन की अठखेलियां छोड़ जल्दी से युवा अरमान मन में संजोये , चाहत ऊँचे आसमान को छूने की जल्दी से बहुत कुछ पाने की, इर्द गिर्द फैल जाने की इसी उधेड़ बुन में बड़ा हो गया, उलझ गया व्यक्तित्व, खो गया बहुत कुछ दूर से लगता सुंदर सम्पन्न किन्तु था कुछ और , कुछ डरावना झाड़ झंझाड़ सा, एक दूसरे से लिपटी पत्तियां , एक दूसरे से गुंथी डालियां , अपने आप में मस्त, व्यक्तिगत स्वार्थ से पूर्ण , सरल हृदय, परोपकारी वृक्ष का विरुपित रूप। #व्यक्तित्व #zindagi #yqbaba #yqdidi #love #savetreessavelife #plantation #saveenvironment