आरजूएं अपने दिल में ही दफनाया करते हैं हम, आशिक हैं जनाब दर्द में भी मुस्कुराया करते हैं; उसको उम्मीद थी कि बिछड़कर बिखर जाएंगे हम, खुद को समेटा अब दूसरों की बिगड़ी बनाया करते हैं!! #Ab hum Kisi se apne dil ka hal nii khte #Zanab log samjhte h ki hum tanha nii rhte...