तमाम तकलीफें हैं और सितम भी कुछ कम नहीं। क़ुदरत की कारीगरी देखिए हम भी किसी से कम नहीं।। हज़ार साजिशें हैं और दुश्मन नज़र नहीं आता। ये इर्द गिर्द ही मौज़ूद हैं जो दुश्मनाँ से कम नहीं।। रोये बिलखे चीखे टूटे बिखर कर गिरे भी हम। ये हमारा हुनर ही देखिए हम संवरे हुए से कुछ कम नहीं।। बहती हैं लहरें और साहिल मिलता नहीं है जाने क्यों। ये ज़िन्दगी भी तो किसी अबद सफर से कम नहीं।। मौत आई भी हमें तो वो आई ज़रा देर से। जब तक ज़िन्दगी जो जी वो मौत से कम नहीं।। #ghazal #shayari #life #love #hindi #urdu