होगा ज़माना दीवाना हुसन का आपके पर हमें मोह ले ऐसा चहरे पर आपके नूर थोड़ी है हम अपनी मुस्कान से अन्देखा कर देते हैं आपकी मौजूदगी हमारे रूत्बे से ऊँचा आपका गुरूर थोड़ी है Mere saamne Na kar numaish apne jisam ki mujhe Khoobsurati ka koi fitoor thodi hai