ज़रूरत के हिसाब से प्यार की लेन-देन होती हैं नहीं तो उसका ब्याज नफरत रहती हैं ! सुप्रभात। इंसान को ज़रूरत के हिसाब से ही अपने पैर पसारने चाहिए। फ़िज़ूल ख़र्ची से समय, धन व ऊर्जा सबका नाश होता है। #हिसाबसे #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #हिसाबसे