कहते है जान-ए-अज़ीज़ की खैरियत से खैर किजिए गा। पल भर मुलाक़ात के हसरत की दो घड़ी ओर अबेर किजिए गा। अगर किसी मोड़ पर हम फना कर गए.. तो वास्ता ख़ुदा का आपको, हयात से मोहब्बत हमारे बगैर किजिए गा। ©Vivek Hum tham jayenge tum age bdna #moveon