जीव विज्ञानियों ने हृदय की स्थिति के विषय में जो धारणा बनाई है मेरे ख़्याल से उसे गलत करार दिया जाना चाहिए... क्योकि उसने जब मेरी हथेलियों को स्पर्श किया तो मेरे हाथों में भी हृदय उग आया था अँगुलियाँ स्पंदन कर रही थी और सारा हाथ हृदय बन गया था उसके और मेरे हाथों से प्रेम का दो आत्माओं के मध्य संचार हो रहा था। इसीलिए कहते हैं हृदय का आकार बंद मुठ्ठी के जैसा है। #अनाम_ख़्याल 😐 #रात्रिख़्याल 😴 #हाथों_में_हृदय