#FourLinePoetry "वो जो साँसों में बसते हैं,कब दिल से जुदा हो पाते हैं। नजरों से चाहे हों दूर भले,वो आँखों में बस जाते हैं। कभी हँसते हैं कभी रोते हैं,उठ-उठकर यादों में उनकी। शाखों से बिछड़े पत्तों से,हम टुकड़ा टुकड़ा बट जाते हैं।" ©Akanksha jain #fourlinepoetry #Relationship #feelings #nojotowriters