सोच ग़र कल नजरो से सब मुझको जो खो बैठेंगे याद करेगी दुनिया मुझको कुछ ऐसे लिख बैठेंगे मेरी याद मे दुनिया बालो अश्रु ना बहाना तुम मेरी शायरी मेरी कबिता मन में बस गुनगुना तुम ख़ुद के लिए खुदा को शब्द