ख्यालों में तुम्हें पाकर, महक उठे अल्फ़ाज़ मेरे, असल में तुम्हें पाकर क्या बदलेंगे अंदाज मेरे। सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे । 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें। 2. इस वाक्य को अपने सुंदर शब्दों से पूरा करें।