मैंने कभी तुझे लिखने की कोशिश नहीं की, लेक़िन जब भी लिखता हूँ, लोग उसमें तुझे ढूंढ लेते है । तू सिर्फ मेरी रचना नहीं, मेरा अभिमान है । जिस तरह तेरे बिना मेरे शब्द अधूरे है, उसी तरह तेरे बिना मैं भी अधूरा हूँ । ज़रूरत है तो सिर्फ़ उस एहसास की, जो हम दोनों को पूरा करता हैं । #एक_अधूरी_कहानी