ना जाने क्यूं, अब झिझकता है ये दिल खामोश रहने से। की किससे कहूं, की इस चार दिवारी के अंदर दम सा घुटता है। अब कोई बातें नहीं करता और ना किसी अनजान सख्स से बातें होती है। अब कोई ये भी पूछने वाला नहीं मिलता ज़िंदा हो या दफन हो चले । बस किसी की यादें कमबख्त आज भी रुला जा रही है। शुक्रिया उन्हें अपनी दर्द भरी यादें देने के लिए। #alone #nojotoapp #shyari_del_se #dil_ki_awaj #awarapan #nojoto