गुजर जाती है पुरी जिन्दगी अपनों से मिलने के इंतजार में मगर सभी की दुआए कहां पूरी है इस संसार में जिस दिन मिल जाएं अपने सभी एक साथ यार , दोस्त घर परिवार और फिर शुरु हो जाए नैनों की टकरार महबूबा से चुपके से डरते, डरते निगाहें मिलना भाई बहनों का वो सरारत करना मां, बाप का और अपने बड़ों से दुआएं मिलना और चारों तरफ़ बस प्यार ही प्यार पर अलग अलग होते हैं सबके विचार *******💓********* #fullfilday