"विषययोगानन्दौ द्वावद्वैतानन्द एव च । विदेहानन्दो विख्यातो ब्रह्मानन्दश्च पञ्चमः ॥" अर्थात - "विषयानंद, योगानंद, अद्वैतानंद, विदेहानंद, और ब्रह्मानंद, ऐसे पाँच प्रकार के आनंद कहे गए हैं ।" #sunday_Thoughts ©Nishant Kumar #विचार Bhavana Pandey